MBBS Admission 2025: तमिलनाडु में मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस (MBBS) और बीडीएस (BDS) पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए एक अहम खबर सामने आई है। नीट यूजी 2025 परीक्षा के परिणाम की घोषणा से पहले ही राज्य सरकार ने स्टेट कोटा की सीटों के लिए एडमिशन प्रक्रिया की शुरुआत कर दी है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री एम. सुब्रमण्यम ने घोषणा की है कि 6 जून 2025 से तमिलनाडु के सरकारी और निजी मेडिकल व डेंटल कॉलेजों में प्रवेश के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
इस निर्णय का मकसद छात्रों को अधिक समय देना है ताकि वे बिना जल्दबाजी के सही तरीके से आवेदन कर सकें और फर्जी या अधूरी जानकारियों से बचा जा सके। पिछले वर्षों में नीट परिणाम आने के बाद ही आवेदन प्रक्रिया शुरू होती थी, जिससे छात्रों को सीमित समय में फार्म भरने की बाध्यता रहती थी और इस कारण कई बार त्रुटियां हो जाती थीं।
आवेदन प्रक्रिया ऑनलाइन होगी
राज्य सरकार ने स्पष्ट किया है कि आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह से ऑनलाइन होगी। चिकित्सा शिक्षा निदेशालय (DME) की ओर से सरकारी और प्रबंधन कोटे की सीटों पर दाखिले के लिए आवेदन पत्र वेबसाइट पर उपलब्ध कराए जाएंगे। छात्रों को आवेदन के समय नीट यूजी स्कोर देने की आवश्यकता नहीं है। इसके बजाय, चयन समिति उम्मीदवारों द्वारा अपलोड किए गए एडमिट कार्ड में दिए गए रोल नंबर के आधार पर एनटीए (NTA) से उनका नीट स्कोर प्राप्त करेगी।
यह पहल छात्रों को फार्म भरने के दौरान स्कोर संबंधित गलतियां करने से भी बचाएगी। एक बार नीट यूजी 2025 का परिणाम जारी हो जाने के बाद, जो छात्र तब तक आवेदन नहीं कर पाए होंगे, उनके लिए आवेदन की अवधि को बढ़ाया जाएगा। सरकार ने स्पष्ट किया है कि परिणाम जारी होने के बाद छात्रों को कम से कम पांच दिन का अतिरिक्त समय दिया जाएगा ताकि वे आवेदन पूरा कर सकें।
इस वर्ष नहीं बढ़ेगी सीटों की संख्या
स्वास्थ्य मंत्री सुब्रमण्यम ने यह भी स्पष्ट किया कि इस वर्ष सरकारी या स्ववित्तपोषित (Self-financed) मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस और बीडीएस की सीटों की संख्या में कोई इजाफा नहीं किया जाएगा। जितनी सीटें पिछले वर्ष थीं, उतनी ही इस वर्ष भी उपलब्ध रहेंगी। इससे यह संकेत मिलता है कि प्रतिस्पर्धा पहले की तरह ही तीव्र रहने वाली है और छात्रों को अच्छे स्कोर के साथ साथ डॉक्यूमेंटेशन में भी सतर्कता बरतनी होगी।
फीस को लेकर सरकार का कड़ा रुख
सरकार ने निजी मेडिकल और डेंटल कॉलेजों को फीस की पारदर्शिता बनाए रखने के सख्त निर्देश दिए हैं। 2025-26 सत्र के लिए सीट आवंटन के बाद सभी संस्थानों को ट्यूशन फीस, हॉस्टल फीस और परिवहन शुल्क जैसी सभी जानकारी सार्वजनिक करनी होगी। यह फैसला इसलिए लिया गया है ताकि छात्र और उनके अभिभावक बिना किसी भ्रम के पूरी जानकारी के साथ निर्णय ले सकें।
मंत्री ने यह भी कहा कि फीस को लेकर कोई भी छुपी हुई जानकारी या अतिरिक्त शुल्क को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि किसी कॉलेज द्वारा नियमों का उल्लंघन किया गया तो उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। छात्रों और अभिभावकों की ओर से आने वाली शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर देखा जाएगा और तत्काल समाधान किया जाएगा।
परामर्श प्रक्रिया में पारदर्शिता
ओमांडुरार सरकारी एस्टेट स्थित मल्टी-स्पेशियलिटी अस्पताल में आयोजित परामर्श बैठक के बाद मंत्री ने बताया कि राज्य सरकार इस वर्ष की परामर्श प्रक्रिया में भी पूरी पारदर्शिता रखेगी। चयन समिति यह सुनिश्चित करेगी कि फर्जी आवेदनकर्ताओं की पहचान कर उन्हें समय रहते बाहर किया जाए। इससे वास्तविक छात्रों को फायदा होगा और सीटों का दुरुपयोग रोका जा सकेगा।
निष्कर्ष
तमिलनाडु सरकार द्वारा नीट यूजी 2025 के तहत एमबीबीएस और बीडीएस एडमिशन प्रक्रिया समय से पहले शुरू करना एक स्वागत योग्य कदम है। इससे छात्रों को आवेदन की प्रक्रिया में पर्याप्त समय मिलेगा और वे बिना जल्दबाजी के सही दस्तावेजों के साथ आवेदन कर सकेंगे। साथ ही, फीस को लेकर पारदर्शिता सुनिश्चित करने का सरकार का कदम शिक्षा के क्षेत्र में एक मजबूत और सकारात्मक संदेश देता है।
जो छात्र तमिलनाडु के मेडिकल और डेंटल कॉलेजों में प्रवेश लेना चाहते हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द वेबसाइट पर जाकर आवेदन करें और आवश्यक दस्तावेज तैयार रखें। साथ ही, नीट यूजी के स्कोर की प्रतीक्षा में रहकर आवेदन में देरी न करें, क्योंकि सरकार ने आवेदन की समय सीमा को लेकर पहले से ही स्पष्ट निर्देश दे दिए हैं।