सिर्फ रजिस्ट्री से नहीं मिलती प्रॉपर्टी की असली मालिकाना हक, जानिए कौन-कौन से दस्तावेज होते हैं ज़रूरी Property Ownership Documents

By Shruti Singh

Published On:

Property Ownership Documents

Property Ownership Documents: आज के समय में हर व्यक्ति चाहता है कि उसके पास अपनी खुद की प्रॉपर्टी हो – चाहे वह घर हो, जमीन हो या फ्लैट। लेकिन अक्सर लोग यह मान लेते हैं कि यदि प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री हो गई है, तो वह उस प्रॉपर्टी के पूरे और कानूनी मालिक बन गए हैं। जबकि यह सच नहीं है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने भी स्पष्ट किया है कि केवल रजिस्ट्री से मालिकाना हक सिद्ध नहीं होता।

इस लेख में हम आपको बताएंगे कि प्रॉपर्टी का असली हक पाने के लिए कौन-कौन से दस्तावेज जरूरी हैं, रजिस्ट्री क्यों पर्याप्त नहीं है और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि भविष्य में किसी कानूनी विवाद से बचा जा सके।


सिर्फ रजिस्ट्री क्यों नहीं है पर्याप्त?

रजिस्ट्री केवल यह दर्शाती है कि प्रॉपर्टी की बिक्री या हस्तांतरण हुआ है और यह सरकारी रिकॉर्ड में दर्ज हो गया है। लेकिन यह आपके मालिकाना हक की गारंटी नहीं देता। कई बार ऐसा होता है कि किसी प्रॉपर्टी पर पहले से लोन होता है, या वह किसी विवाद में फंसी होती है, जो सिर्फ रजिस्ट्री देखकर नहीं पता चलता।

यह भी पढ़े:
RBI Bank Holiday List आज से लगातार 4 दिन बैंक रहेंगे बंद, RBI ने जारी की छुट्टियों की लिस्ट RBI Bank Holiday List

यदि आपके पास बाकी जरूरी दस्तावेज नहीं हैं, तो भविष्य में:


प्रॉपर्टी के मालिकाना हक के लिए जरूरी दस्तावेज

1. टाइटल डीड (Title Deed)

2. सेल डीड (Sale Deed)

3. एन्कम्ब्रन्स सर्टिफिकेट (Encumbrance Certificate)

4. टैक्स रसीदें (Tax Receipts)

5. बिल्डिंग प्लान अप्रूवल (Building Plan Approval)

  • लोकल अथॉरिटी से पास नक्शा होना चाहिए।

  • यह सुनिश्चित करता है कि निर्माण वैध तरीके से किया गया है।

6. ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (Occupancy Certificate)

7. नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC)

  • बिजली, पानी, नगर निगम आदि से लिया गया यह दस्तावेज जरूरी है।

  • इससे किसी विभाग की आपत्ति का खतरा नहीं रहता।

8. खाता सर्टिफिकेट (Khata Certificate)

9. म्यूटेशन सर्टिफिकेट (Mutation Certificate)

  • यह दस्तावेज प्रॉपर्टी के मालिकाना हक में बदलाव का रिकॉर्ड होता है।

10. पावर ऑफ अटॉर्नी (Power of Attorney)

  • जब प्रॉपर्टी मालिक खुद मौजूद न हो, तब किसी अन्य को अधिकार देने के लिए यह दस्तावेज जरूरी है।


अन्य आवश्यक दस्तावेज


क्यों जरूरी है दस्तावेजों की जांच?


प्रॉपर्टी खरीदते समय ध्यान देने योग्य बातें


निष्कर्ष

प्रॉपर्टी खरीदते समय सिर्फ रजिस्ट्री पर भरोसा करना आपकी सबसे बड़ी गलती हो सकती है। असली मालिकाना हक के लिए सभी कानूनी दस्तावेजों की मौजूदगी और वैधता जरूरी है। यदि आप इन दस्तावेजों की जांच सही समय पर कर लेते हैं, तो न सिर्फ आपकी पूंजी सुरक्षित रहेगी, बल्कि भविष्य में किसी भी कानूनी समस्या से भी बचाव होगा। याद रखें – सही दस्तावेज, सुरक्षित निवेश

यह भी पढ़े:
Kendriya Vidyalaya Admission केंद्रीय विद्यालय में एडमिशन का सुनहरा मौका, बढ़ी एडमिशन की तारीख Kendriya Vidyalaya Admission

Disclaimer:
यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है। किसी भी प्रॉपर्टी डील से पहले सभी दस्तावेजों की जांच किसी अनुभवी वकील या रजिस्टर्ड रियल एस्टेट कंसल्टेंट से कराना जरूरी है। नियम राज्य अनुसार अलग हो सकते हैं, इसलिए स्थानीय अथॉरिटी से पुष्टि अवश्य करें।

Shruti Singh

Shruti Singh is a skilled writer and editor at a leading news platform, known for her sharp analysis and crisp reporting on government schemes, current affairs, technology, and the automobile sector. Her clear storytelling and impactful insights have earned her a loyal readership and a respected place in modern journalism.

Leave a Comment

सरकारी योजना, जॉब्स
Close Visit krushibazarbhav