School College Holiday: गर्मी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए राज्य सरकार द्वारा एक अहम फैसला लिया गया है। अब सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों को आगामी 7 जुलाई 2025 तक बंद रखने का आदेश जारी कर दिया गया है। यह निर्णय बच्चों के स्वास्थ्य और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है, ताकि लू और अत्यधिक गर्मी से बच्चों को किसी तरह की परेशानी न हो।
यह खबर खासकर उन विद्यार्थियों, अभिभावकों और स्कूल प्रशासन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, जो यह जानना चाहते हैं कि गर्मी की छुट्टियां कब तक बढ़ाई गई हैं और स्कूल कब खुलेंगे।
गर्मी के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर खतरा
देश के कई राज्यों में इन दिनों अत्यधिक गर्मी और लू का प्रकोप देखा जा रहा है। दोपहर के समय गर्म हवा चलने के कारण बच्चों के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग और राज्य सरकार ने मिलकर यह निर्णय लिया है कि बच्चों की सुरक्षा के लिए स्कूलों को कुछ और दिनों तक बंद रखा जाए।
स्वास्थ्य विभाग की सिफारिश पर शिक्षा विभाग ने भी सभी स्कूलों को निर्देश जारी कर दिए हैं कि 7 जुलाई 2025 तक किसी भी हाल में कक्षाएं न चलाई जाएं। यह निर्णय विशेष रूप से छोटे बच्चों के लिए राहत लेकर आया है, जिन्हें गर्मी में स्कूल जाना कठिन होता है।
पहले कब तक थी गर्मी की छुट्टी?
सामान्यतः गर्मी की छुट्टियां हर साल मई के मध्य से जून के अंत तक दी जाती हैं। इसी तरह इस वर्ष भी अधिकांश राज्यों में 30 जून 2025 तक की छुट्टियां पहले ही घोषित की गई थीं। लेकिन मौसम विभाग की चेतावनियों और लगातार बढ़ते तापमान को देखते हुए अब छुट्टियों को 7 जुलाई 2025 तक बढ़ा दिया गया है।
राज्य सरकारों द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि जब तक मौसम में कुछ राहत नहीं मिलती, तब तक बच्चों को स्कूल बुलाना जोखिम भरा हो सकता है। इसलिए गर्मी की छुट्टियों की अवधि बढ़ा दी गई है।
किन राज्यों में लागू हुआ है यह आदेश?
यह आदेश अलग-अलग राज्यों में उनकी मौसम स्थिति के अनुसार लागू किया गया है। उत्तर भारत के कई राज्यों जैसे उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, राजस्थान और मध्य प्रदेश में गर्मी का स्तर काफी अधिक है, इसलिए इन राज्यों में स्कूल 7 जुलाई तक बंद रखने का आदेश दिया गया है।
हालांकि दक्षिण भारत और पहाड़ी क्षेत्रों में तापमान अपेक्षाकृत कम होने के कारण वहां स्कूलों के खुलने की तारीख अलग हो सकती है। इसलिए सभी अभिभावकों से अनुरोध है कि वे अपने स्कूल प्रशासन या जिले के शिक्षा विभाग से संपर्क कर स्थानीय स्थिति की जानकारी अवश्य लें।
स्कूल प्रशासन को क्या निर्देश दिए गए हैं?
राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग द्वारा सभी स्कूलों के प्रिंसिपल व प्रबंधकों को यह स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि वे 7 जुलाई तक स्कूल बंद रखें और इस दौरान किसी भी प्रकार की क्लासेज़ या अन्य गतिविधियां न चलाएं।
साथ ही स्कूल प्रशासन से यह भी कहा गया है कि बच्चों और अभिभावकों को समय से सूचना दे दी जाए, ताकि कोई भ्रम की स्थिति न बने और कोई बच्चा गलती से स्कूल न पहुंच जाए।
छात्र-छात्राओं और अभिभावकों के लिए सलाह
छात्रों और अभिभावकों के लिए यह जरूरी है कि वे छुट्टियों के इस समय का सदुपयोग करें। बच्चों को अधिक से अधिक घर के अंदर रहने की सलाह दी जाती है। अगर बाहर जाना भी हो, तो सिर पर टोपी रखें, पानी साथ लेकर चलें और दिन के गर्म समय (दोपहर 12 से 4 बजे) के बीच बाहर निकलने से बचें।
इसके अलावा छात्र अपने पढ़ाई के समय को नियमित रखें और घर पर ही जरूरी अध्ययन करें ताकि पढ़ाई में कोई बाधा न आए। स्कूल खुलने के बाद पढ़ाई की गति तेज हो जाएगी, इसलिए अभी से तैयारी में लगना बेहतर होगा।
क्या यह आदेश कॉलेजों पर भी लागू है?
हालांकि यह आदेश मुख्य रूप से स्कूलों के लिए है, लेकिन कुछ राज्यों में सरकारी और प्राइवेट कॉलेजों को भी इसी तरह की छुट्टियों की सिफारिश की गई है। जिन कॉलेजों में गर्मी का प्रभाव अधिक है, वहां भी कॉलेज प्रशासन द्वारा 7 जुलाई तक अवकाश घोषित किया जा सकता है। इसके लिए छात्रों को अपने-अपने कॉलेज की आधिकारिक वेबसाइट या नोटिस बोर्ड पर नजर बनाए रखनी चाहिए।
निष्कर्ष
गर्मी की छुट्टियां बढ़ाने का यह फैसला छात्रों के स्वास्थ्य को देखते हुए लिया गया है और यह कदम बिल्कुल जरूरी भी था। गर्मी में स्कूल जाकर बीमार पड़ने से बेहतर है कि बच्चे कुछ और दिन घर पर रहकर सुरक्षित रहें।
सभी छात्रों, अभिभावकों और स्कूल प्रशासन से अनुरोध है कि वे सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का पालन करें और 7 जुलाई तक स्कूलों को बंद रखें। जैसे ही मौसम में सुधार होगा, स्कूल दोबारा समय पर खोले जाएंगे।
नोट: यह जानकारी विभिन्न मीडिया और सरकारी स्रोतों से प्राप्त है। स्कूल खुलने या बंद होने की अंतिम तिथि अलग-अलग राज्यों में भिन्न हो सकती है। अतः अपने क्षेत्र के स्कूल प्रिंसिपल या जिला शिक्षा अधिकारी से संपर्क करके सटीक जानकारी अवश्य प्राप्त करें।