School Holidays Extended: उत्तर भारत में भीषण गर्मी का कहर जारी है। गर्मी के प्रचंड प्रभाव को देखते हुए कई जिलों में प्रशासन ने अहम फैसला लिया है। बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए अब आठवीं कक्षा तक के सभी निजी स्कूलों की गर्मी की छुट्टियाँ बढ़ा दी गई हैं। यह निर्णय खासकर उन स्कूलों के लिए फायदेमंद है जिन्होंने केवल 15 जून तक ही ग्रीष्म अवकाश घोषित किया था। अब ये सभी स्कूल 18 जून 2025 तक बंद रहेंगे।
प्रशासन के इस फैसले से लाखों अभिभावकों और छात्रों को राहत मिली है, क्योंकि गर्मी के कारण बच्चों में बीमारियों का खतरा लगातार बढ़ता जा रहा था।
क्यों बढ़ाई गई छुट्टियाँ?
गर्मी के कारण उत्तर भारत के कई इलाकों में तापमान 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है। ऐसी स्थिति में छोटे बच्चों का लंबे समय तक स्कूल में रहना मुश्किल हो गया है। लगातार मिल रही रिपोर्ट्स के अनुसार हीटवेव की वजह से कई बच्चे बीमार भी पड़ रहे थे।
स्थिति की गंभीरता को समझते हुए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने आदेश जारी करते हुए कहा कि आठवीं कक्षा तक के सभी निजी स्कूल 18 जून तक बंद रहेंगे। यह आदेश जिले के सभी निजी स्कूलों पर लागू होगा।
पहले सरकारी स्कूलों में 22 जून तक छुट्टी
गौर करने वाली बात यह है कि जिले के सरकारी स्कूलों में पहले ही 22 जून 2025 तक गर्मी की छुट्टियाँ घोषित कर दी गई थीं। लेकिन कुछ निजी विद्यालयों ने केवल 15 जून तक का अवकाश घोषित किया था। इसी वजह से निजी स्कूलों में छुट्टियाँ बढ़ाने की मांग लगातार उठ रही थी।
जैसे ही तापमान में इजाफा हुआ और बच्चों की तबीयत बिगड़ने लगी, प्रशासन ने तत्परता दिखाते हुए निजी स्कूलों को भी छुट्टी बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया।
आदेश में क्या-क्या निर्देश दिए गए?
जिलाधिकारी द्वारा जारी आदेश में साफ-साफ कहा गया है कि:
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आठवीं कक्षा तक के सभी निजी स्कूल 18 जून तक बंद रहेंगे।
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नौवीं कक्षा और उससे ऊपर की कक्षाएँ सुबह 10 बजे तक ही चलाई जाएंगी।
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पोषाहार वितरण के बाद सभी आंगनबाड़ी केंद्र सुबह 9 बजे तक बंद कर दिए जाएं।
इन निर्देशों का मुख्य उद्देश्य है कि बच्चों को गर्मी में हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से बचाया जा सके।
बच्चों की सेहत प्राथमिकता
गर्मी के इस दौर में बच्चों की सेहत सबसे बड़ी प्राथमिकता बन गई है। स्कूलों में पंखे, कूलर और ठंडे पानी की व्यवस्था होने के बावजूद छोटे बच्चों के लिए कक्षाओं में बैठना बेहद कठिन हो जाता है। ऐसे में यह फैसला ना केवल समय की मांग है बल्कि जिम्मेदारीपूर्ण कदम भी है।
विशेषज्ञों के अनुसार लंबे समय तक गर्मी में रहने से बच्चों को चक्कर, उल्टी, डिहाइड्रेशन और थकावट जैसी परेशानियाँ हो सकती हैं। यही वजह है कि प्रशासन ने समय रहते फैसला लेकर बच्चों और उनके अभिभावकों को राहत दी है।
आदेश के पालन के सख्त निर्देश
जिला प्रशासन ने आदेश जारी करने के साथ-साथ इसके सख्त पालन के निर्देश भी दिए हैं। जिलाधिकारी ने स्पष्ट किया है कि कोई भी निजी स्कूल इस आदेश की अनदेखी नहीं करेगा। इसके लिए सभी SDM, थाना प्रभारी, जिला शिक्षा अधिकारी और जिला कार्यक्रम अधिकारी को निर्देशित किया गया है कि वे निगरानी रखें और किसी भी तरह की लापरवाही पर कार्रवाई करें।
यदि कोई स्कूल इस आदेश की उल्लंघना करता पाया जाता है, तो उसके खिलाफ प्रशासन सख्त कदम उठा सकता है।
आगे भी बढ़ सकती है छुट्टियाँ
हालांकि वर्तमान में गर्मी की छुट्टियाँ 18 जून तक बढ़ाई गई हैं, लेकिन प्रशासन ने यह भी संकेत दिया है कि अगर मौसम में सुधार नहीं हुआ तो आगे भी अवकाश की अवधि बढ़ाई जा सकती है।
इसलिए अभिभावकों और स्कूलों को स्थानीय प्रशासन के नए आदेशों पर नजर बनाए रखने की सलाह दी गई है।
निष्कर्ष
गर्मियों के इस भीषण दौर में बच्चों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए स्कूलों की छुट्टियाँ बढ़ाने का फैसला बेहद सराहनीय है। यह कदम दर्शाता है कि प्रशासन बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर गंभीर है और समय रहते सही निर्णय ले रहा है।
अब बच्चों को 18 जून तक घर में ही रहने का मौका मिलेगा जिससे वे गर्मी के प्रकोप से सुरक्षित रह सकें। साथ ही अभिभावक भी निश्चिंत होकर अपने बच्चों की देखभाल कर सकेंगे।