August Gold Price: भारत में सोना न केवल आभूषणों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह एक सुरक्षित निवेश के रूप में भी जाना जाता है। साल 2025 में सोने की कीमतों में जो जबरदस्त उछाल देखा गया है, वह अभूतपूर्व है। इसने निवेशकों को जहां खुशी दी है, वहीं आम लोगों की पहुंच से सोना दूर होता जा रहा है। इस लेख में हम जानेंगे कि जुलाई और अगस्त के महीनों में सोने के दाम किस हद तक बढ़ सकते हैं, और इसके पीछे क्या कारण हैं।
📈 अब तक का रिकॉर्ड रिटर्न
इस साल सोने ने लगभग 30 प्रतिशत तक का रिटर्न दिया है, जो पिछले कई वर्षों में सबसे तेज वृद्धि मानी जा रही है। 22 अप्रैल 2025 को सोने ने ऐतिहासिक रिकॉर्ड बनाया जब इसकी कीमत 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के पार पहुंच गई। यह दिन सर्राफा बाजार के लिए बेहद खास रहा।
MCX (मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज) पर भी सोने की कीमत ₹99,358 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गई थी। इससे स्पष्ट है कि सोना अब सिर्फ धातु नहीं, बल्कि प्रीमियम निवेश की श्रेणी में आ चुका है।
💹 कीमतों में उछाल के प्रमुख कारण
सोने की कीमतों में इतनी तेज़ वृद्धि केवल भारतीय बाजार का परिणाम नहीं है, इसके पीछे वैश्विक आर्थिक और भू-राजनीतिक स्थितियां जिम्मेदार हैं:
-
वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता: आर्थिक मंदी और डॉलर की कमजोरी ने निवेशकों को सोने की ओर मोड़ा।
-
बढ़ती महंगाई: महंगाई के समय में सोना सबसे अच्छा ‘हेज’ माना जाता है।
-
युद्ध और तनाव: रूस-यूक्रेन संघर्ष और पश्चिम एशिया में तनाव ने भी सोने की मांग को बढ़ाया।
-
अमेरिकी टैरिफ नीति: व्यापार युद्ध और सीमा शुल्क में बदलाव से अंतरराष्ट्रीय निवेशकों ने सोने में रुचि दिखाई।
👨👩👧👦 आम लोगों की जेब पर असर
जहां निवेशक मुनाफा कमा रहे हैं, वहीं आम आदमी के लिए सोना खरीदना अब सपना बनता जा रहा है। वर्तमान में सोने की कीमत ₹96,000 प्रति तोला के पार जा चुकी है। पहले लोग शादियों और त्योहारों में आसानी से सोना खरीद लेते थे, लेकिन अब उन्हें बजट को लेकर कई बार सोचना पड़ता है।
त्योहारी सीजन में भी सोने की मांग में काफी गिरावट आई है। छोटे व्यापारियों और मध्यमवर्गीय परिवारों के लिए यह स्थिति चिंताजनक है।
📉 निवेशकों बनाम खरीदारों का अंतर
-
निवेशकों के लिए यह एक बेहतरीन समय है, क्योंकि सोना शानदार रिटर्न दे रहा है।
-
दूसरी ओर, खरीदारों की संख्या में भारी कमी देखी गई है। साल की पहली तिमाही में ज्वेलरी की खरीदारी में 25% की गिरावट आई है।
-
हालांकि निवेश में 7% की गिरावट हुई है, फिर भी यह 10 सालों में सबसे बड़ा निवेश आंकड़ा माना जा रहा है।
📊 वर्तमान बाज़ार का हाल
4 जून 2025 को MCX पर सोने का कारोबार कुछ इस प्रकार रहा:
-
न्यूनतम स्तर: ₹96,700 प्रति 10 ग्राम
-
अधिकतम स्तर: ₹97,091 प्रति 10 ग्राम
-
दोपहर 12:34 बजे का भाव: ₹97,069
यह पिछले दिन के मुकाबले ₹544 (0.56%) की बढ़ोतरी थी। इन आंकड़ों से स्पष्ट होता है कि सोने का बाजार काफी गतिशील हो गया है।
🏆 सोने का ऐतिहासिक प्रदर्शन
पिछले 11 वर्षों में 8 बार सोने ने सकारात्मक रिटर्न दिया है। पिछले 4 वर्षों में इसकी कीमतें दोगुनी हो चुकी हैं। यह इसे एक भरोसेमंद और दीर्घकालिक निवेश विकल्प बनाता है।
🔮 जुलाई-अगस्त की भविष्यवाणी
विशेषज्ञ विजय वर्मा के अनुसार, जुलाई और अगस्त 2025 में सोने की कीमतें और तेजी से बढ़ सकती हैं। उनका मानना है कि टैरिफ होल्ड हटने की संभावना है, जिससे सोने की कीमतें दोबारा ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के पार जा सकती हैं।
MCX से पहले भी सर्राफा बाजार में यह तेजी देखने को मिल सकती है। यह भविष्यवाणी निवेशकों के लिए एक सकारात्मक संकेत है।
⚠️ क्या करें आम लोग?
-
अगर आप निवेश करना चाहते हैं, तो Sovereign Gold Bonds (SGB) या Digital Gold जैसे विकल्पों पर विचार करें।
-
आभूषण के बजाय 22 कैरेट गोल्ड कॉइन्स में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
-
कीमतें बढ़ने से पहले छोटे निवेश करके सोना जमा करना बेहतर रणनीति हो सकती है।
📌 निष्कर्ष
जुलाई और अगस्त में सोने की कीमतों में संभावित वृद्धि से यह स्पष्ट है कि यह धातु अभी भी मजबूत निवेश विकल्प बना रहेगा। हालांकि आम उपभोक्ताओं के लिए यह चुनौतीपूर्ण समय है, लेकिन समझदारी से और योजनाबद्ध तरीके से निवेश कर वे भी इस बाजार में अपनी जगह बना सकते हैं।
📢 Disclaimer:
यह लेख केवल सूचनात्मक उद्देश्य के लिए है। इसमें दी गई जानकारी को निवेश सलाह के रूप में न लें। किसी भी प्रकार का निवेश करने से पहले वित्तीय सलाहकार से परामर्श अवश्य लें।