NEET UG 2025 के परिणाम 14 जून को घोषित किए गए हैं और इसके साथ ही लाखों मेडिकल छात्रों के भविष्य को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। इस बार छात्रों के लिए एक राहत भरी खबर है — NEET कटऑफ में गिरावट देखने को मिली है, जिससे उन छात्रों की उम्मीदें बढ़ गई हैं जिनके मार्क्स अपेक्षाकृत कम आए हैं। खासतौर पर कुछ राज्यों में MBBS सीटें कम अंकों पर मिल सकती हैं।
इस लेख में हम जानेंगे कि किस राज्य में NEET 2025 के तहत सबसे कम अंकों पर सरकारी मेडिकल कॉलेज में MBBS में प्रवेश मिल सकता है। साथ ही देश भर में उपलब्ध सीटों की जानकारी और संभावित कटऑफ से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां भी देंगे।
🎯 NEET UG 2025: इस बार क्या खास रहा?
NEET UG 2025 के रिजल्ट में इस बार टॉपर ने 720 में से 686 अंक प्राप्त किए हैं। यह अंक पिछले साल की तुलना में कुछ कम हैं, जिससे कटऑफ में गिरावट दर्ज की गई है। विशेषज्ञों के अनुसार, सीटों की संख्या बढ़ने और प्रतिस्पर्धा में संतुलन के चलते यह बदलाव आया है।
🏥 देशभर में कितनी MBBS सीटें उपलब्ध हैं?
NEET परीक्षा के माध्यम से हर साल हजारों छात्र MBBS और BDS कोर्स में दाखिला लेते हैं। इस साल देश में कुल 1,18,790 MBBS सीटें उपलब्ध हैं। इनमें सरकारी और निजी दोनों तरह के कॉलेज शामिल हैं।
राज्यवार MBBS सीटें:
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कर्नाटक: 12,545 सीटें
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उत्तर प्रदेश: 12,475 सीटें
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महाराष्ट्र: लगभग 10,295 सीटें
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तमिलनाडु: 11,600 से अधिक सीटें
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राजस्थान: 6,476 सीटें
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बिहार: लगभग 2,000 सरकारी सीटें
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तेलंगाना, ओडिशा, गोवा जैसे राज्यों में भी सीटों की संख्या बढ़ी है।
📉 NEET 2025 कटऑफ में गिरावट – क्यों और कैसे?
कटऑफ गिरने के पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं:
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MBBS सीटों की संख्या में वृद्धि
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पिछले साल की अपेक्षा कम स्कोर पर टॉपर
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राज्यवार अलग-अलग काउंसलिंग नियम
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कम प्रतियोगिता वाले राज्य जहां छात्रों की संख्या कम होती है
📍 कहां मिल सकता है सबसे कम नंबर पर MBBS कॉलेज?
नीट 2025 की संभावित कटऑफ को लेकर आकाश इंस्टीट्यूट के मेडिकल निदेशक नवीन कार्की ने कुछ अहम जानकारी साझा की है। उनके अनुसार:
✅ तेलंगाना
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सामान्य वर्ग (General Category) के लिए संभावित कटऑफ: 438 अंक
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यहां MBBS की सरकारी सीटों पर सबसे कम अंक पर एडमिशन संभव
✅ पुडुचेरी और गोवा
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संभावित कटऑफ: 464 अंक
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कम सीटों के बावजूद कटऑफ अपेक्षाकृत नीचे रहने की संभावना
✅ आंध्र प्रदेश
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संभावित कटऑफ: 472 अंक
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राज्य कोटे के तहत एडमिशन संभव
✅ छत्तीसगढ़ और ओडिशा
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संभावित कटऑफ: 475 अंक
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अंतिम राउंड में सामान्य वर्ग के छात्रों को प्रवेश मिल सकता है
इन आंकड़ों से साफ है कि 438 से 475 अंक के बीच के छात्र भी इस बार MBBS की सरकारी सीट पा सकते हैं, खासकर अगर उन्होंने राज्य कोटा का लाभ उठाया है।
📊 कटऑफ में क्यों हो सकता है बदलाव?
विशेषज्ञों का मानना है कि सीटों की बढ़ोतरी और छात्रों की पसंद के आधार पर 1-2% का अंतर संभावित कटऑफ में हो सकता है। हालांकि, ये अनुमान काफी हद तक सटीक माने जा सकते हैं और इससे छात्रों को काउंसलिंग की तैयारी में मदद मिलेगी।
📝 छात्रों को क्या करना चाहिए?
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राज्यवार काउंसलिंग की तैयारी करें – हर राज्य की अलग प्रक्रिया होती है।
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डॉक्यूमेंट्स तैयार रखें – मार्कशीट, एडमिट कार्ड, कास्ट सर्टिफिकेट, डोमिसाइल आदि।
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ऑप्शन फिलिंग में सावधानी बरतें – कटऑफ का अंदाजा लेकर कॉलेजों का चुनाव करें।
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काउंसलिंग डेट्स पर नजर रखें – MCC और राज्य चिकित्सा निदेशालय की वेबसाइट देखें।
📌 निष्कर्ष
इस बार NEET UG 2025 की कटऑफ में आई गिरावट ने उन लाखों छात्रों के लिए राहत की खबर दी है जो कम अंकों के कारण चिंतित थे। विशेष रूप से तेलंगाना, पुडुचेरी, गोवा, आंध्र प्रदेश, ओडिशा और छत्तीसगढ़ जैसे राज्यों में कम अंकों पर भी सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला मिलने की संभावना है।
अगर आपने NEET 2025 में 438 से 475 अंक के बीच स्कोर किया है, तो घबराने की जरूरत नहीं है — आपको एक अच्छा अवसर मिल सकता है। सही योजना, जानकारी और काउंसलिंग प्रक्रिया से आप अपने सपनों के मेडिकल कॉलेज तक पहुंच सकते हैं।