MBBS Seats India 2025: NEET UG 2025 की परीक्षा में इस साल रिकॉर्ड 22.09 लाख विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया, जिनमें से लगभग 12.36 लाख उम्मीदवारों ने परीक्षा पास की है। लेकिन देश में उपलब्ध MBBS सीटों की संख्या इस मांग के मुकाबले बेहद सीमित है। नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) द्वारा जारी किए गए ताजा आंकड़ों के अनुसार, देशभर में इस समय 780 मेडिकल कॉलेज हैं (सरकारी और प्राइवेट मिलाकर), जिनमें कुल 1,18,190 MBBS सीटें ही उपलब्ध हैं।
यह आंकड़ा साफ दर्शाता है कि लाखों योग्य विद्यार्थियों को MBBS में दाखिला नहीं मिल पाएगा, क्योंकि सीटें बहुत कम हैं और प्रतियोगिता बेहद अधिक है। इस लेख में हम राज्यवार MBBS सीटों और मेडिकल कॉलेजों की स्थिति को सरल भाषा में प्रस्तुत कर रहे हैं।
सबसे ज्यादा MBBS सीटें किस राज्य में?
एनएमसी के मुताबिक, सबसे अधिक MBBS सीटें कर्नाटक में हैं (12,545 सीटें)। इसके बाद उत्तर प्रदेश (12,475), तमिलनाडु (12,050), महाराष्ट्र (11,846), तेलंगाना (9,040) और गुजरात (7,250) का नंबर आता है। आइए अब विस्तार से जानते हैं राज्यवार MBBS सीटों की जानकारी।
उत्तर प्रदेश (UP)
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सरकारी सीटें: 5,375
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प्राइवेट कॉलेज (सोसायटी, ट्रस्ट सहित): 7,100
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कुल सीटें: 12,475
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मेडिकल कॉलेज: 86 (देश में सबसे अधिक)
कर्नाटक
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सरकारी और निजी सभी कॉलेज मिलाकर कुल सीटें: 12,545
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मेडिकल कॉलेज: 73
तमिलनाडु
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सरकारी: 5,350
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ट्रस्ट: 6,250
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अन्य: 450
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कुल सीटें: 12,050
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मेडिकल कॉलेज: 77
महाराष्ट्र
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सरकारी: 6,025
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ट्रस्ट: 5,121
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अन्य: 700
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कुल सीटें: 11,846
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मेडिकल कॉलेज: 80
तेलंगाना
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सरकारी: 4,290
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ट्रस्ट/सोसायटी: 4,750
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प्राइवेट: 150
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कुल सीटें: 9,040
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मेडिकल कॉलेज: 65
गुजरात
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सरकारी: 2,650
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ट्रस्ट/सोसायटी: 4,600
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कुल सीटें: 7,250
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मेडिकल कॉलेज: 41
आंध्र प्रदेश
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सरकारी: 3,385
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ट्रस्ट/सोसायटी: 3,400
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कुल सीटें: 6,785
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मेडिकल कॉलेज: 38
राजस्थान
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सरकारी: 4,326
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प्राइवेट: 2,150
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कुल सीटें: 6,476
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मेडिकल कॉलेज: 43
पश्चिम बंगाल
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सरकारी: 3,826
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प्राइवेट: 1,850
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कुल सीटें: 5,676
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मेडिकल कॉलेज: 38
मध्य प्रदेश
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सरकारी: 2,700
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ट्रस्ट/सोसायटी: 2,500
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कुल सीटें: 5,200
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मेडिकल कॉलेज: 31
केरल
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कुल सीटें: 4,905
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मेडिकल कॉलेज: 34
अन्य राज्यों की स्थिति:
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बिहार: कुल सीटें – 2,995
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ओडिशा: कुल सीटें – 2,725
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छत्तीसगढ़: कुल सीटें – 2,255
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हरियाणा: कुल सीटें – 2,185
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पंजाब: कुल सीटें – 1,850
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पुडुचेरी: कुल सीटें – 1,830
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असम: कुल सीटें – 1,650
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दिल्ली: कुल सीटें – 1,497
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उत्तराखंड: कुल सीटें – 1,400
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हिमाचल प्रदेश: कुल सीटें – 920
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झारखंड: कुल सीटें – 1,055
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चंडीगढ़: सीटें – 150
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मणिपुर: मेडिकल कॉलेज – 4
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त्रिपुरा: मेडिकल कॉलेज – 3
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मेघालय: मेडिकल कॉलेज – 2
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गोवा, मिजोरम, सिक्किम, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश, अंडमान व निकोबार, दादरा नगर हवेली और चंडीगढ़: प्रत्येक में सिर्फ 1 मेडिकल कॉलेज है।
NEET के माध्यम से सीटों का आवंटन कैसे होता है?
NEET परीक्षा के बाद विभिन्न कोटा के माध्यम से सीटों का आवंटन किया जाता है। जिसमें शामिल हैं:
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राज्यों की 15% ऑल इंडिया कोटा सीटें
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AIIMS और JIPMER की 100% ओपन सीटें
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BHU और AMU की ओपन कोटा सीटें
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ESIC की 15% सीटें
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DU और IP विश्वविद्यालय की ऑल इंडिया कोटा सीटें
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Deemed University की सभी सीटें (100%)
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जामिया मिलिया की डेंटल सीटें
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BSc नर्सिंग की सीटें भी शामिल होती हैं
निष्कर्ष
NEET UG 2025 में लाखों छात्रों के पास होने के बावजूद MBBS की सीटें बेहद सीमित हैं। केवल 1.18 लाख सीटें होने का मतलब है कि हर दस में से एक से भी कम छात्र को MBBS की सीट मिल पाएगी। ऐसे में मेडिकल शिक्षा की दिशा में और संसाधनों का विस्तार, नए मेडिकल कॉलेज की स्थापना और सीटों की बढ़ोतरी की आवश्यकता महसूस होती है।
इस समय छात्रों को चाहिए कि वे वैकल्पिक करियर विकल्पों को भी तलाशें जैसे BDS, BAMS, BHMS, BSc नर्सिंग, BPT इत्यादि और साथ ही भविष्य के लिए एक मजबूत योजना बनाएं।
यह जानकारी NEET की तैयारी करने वाले हर छात्र के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, ताकि वे सही रणनीति बनाकर अपने करियर की दिशा तय कर सकें।